क्यों इतना सब करके भी वह आज तक पराई है ? क्यों ? क्यों इतना सब करके भी वह आज तक पराई है ? क्यों ?
दोनों की आंंखों में आँसू थे और वे अन्तिम बार एक दूसरे के गले लग गए। दोनों की आंंखों में आँसू थे और वे अन्तिम बार एक दूसरे के गले लग गए।
एक नए खुशनुमा मुहब्बत के सफर में कदम रखा। और उसकी जिंदगी में मुहब्बत की घुलने लगी। एक नए खुशनुमा मुहब्बत के सफर में कदम रखा। और उसकी जिंदगी में मुहब्बत की घुलने लग...
आगनवाड़ी केंद्रों से लेकर क्षेत्र के प्रत्येक सरकारी स्कूल और अस्पताल से रुपये महीने के आगनवाड़ी केंद्रों से लेकर क्षेत्र के प्रत्येक सरकारी स्कूल और अस्पताल से रुपये मह...
आज सनाया सबकी परवाह किए बिना खुद खड़ी है अपने कामों के लिए आज सनाया सबकी परवाह किए बिना खुद खड़ी है अपने कामों के लिए
हर प्राणी को अपनी आज़ादी से जीने का, घूमने का हक होना चाहिए हर प्राणी को अपनी आज़ादी से जीने का, घूमने का हक होना चाहिए